Salasar Balaji ki aarti

आज के हमारे इस अध्याय में हम आप सभी के लिए बालाजी की आरती प्रस्तुत करने जा रहे हैं जो कि एक मधुर और पावन आरती है और श्री बजरंगबली की पूजा अर्चना या व्रत करते समय आप इस आरती का गुणगान करके बजरंगबली को प्रसन्न करके अपनी हर मनोकामना को पूर्ण कर सकते हैं।
श्री हनुमान जी की प्रसिद्द आरती | Shri Hanuman ji ki aarti
शनि देव की आरती से मिलती है पाप और कष्ट से मुक्ति
साईं बाबा की आरती से दूर होते है हर दुःख और कष्ट
वैसे तो बालाजी की आरती का गुणगान आप बजरंगबली की पूजा अर्चना करते वक्त कर सकते हैं पर मुख्यतः इस आरती का उपयोग हनुमान जन्मोत्सव, अखंड रामायण के पाठ या मंगलवार और शनिवार के व्रत के समय की जाती है और इस आरती से प्रभु श्री हनुमान अत्यधिक प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के हर कष्ट और दुख को स्वयं हर लेते हैं।
बालाजी की आरती

ॐ जय हनुमत वीरा
स्वामी जय हनुमत वीरा
संकट मोचन स्वामी
तुम हो रनधीरा
ॐ जय हनुमत वीरा
पवन पुत्र अंजनी सूत
महिमा अति भारी
दुःख दरिद्र मिटाओ
संकट सब हारी
ॐ जय हनुमत वीरा
बाल समय में तुमने
रवि को भक्ष लियो
देवन स्तुति किन्ही
तुरतहिं छोड़ दियो
ॐ जय हनुमत वीरा
कपि सुग्रीव राम संग
मैत्री करवाई
अभिमानी बलि मेटयो
कीर्ति रही छाई
ॐ जय हनुमत वीरा
जारि लंक सिय-सुधि ले आए
वानर हर्षाये
कारज कठिन सुधारे
रघुबर मन भाये
ॐ जय हनुमत वीरा
शक्ति लगी लक्ष्मण को
भारी सोच भयो
लाय संजीवन बूटी
दुःख सब दूर कियो
ॐ जय हनुमत वीरा
रामहि ले अहिरावण
जब पाताल गयो
ताहि मारी प्रभु लाय
जय जयकार भयो
ॐ जय हनुमत वीरा
राजत मेहंदीपुर में
दर्शन सुखकारी
मंगल और शनिश्चर
मेला है जारी
ॐ जय हनुमत वीरा
श्री बालाजी की आरती
जो कोई नर गावे
कहत इन्द्र हर्षित
मनवांछित फल पावे
ॐ जय हनुमत वीरा
Balaji Aarti
Om Jai Hanumat Veera
Swami Jai Hanuat Veera
Sankat Mochan Swami
Tum ho Randhira
Om Jai Hanumat Veera
Pawan Putra Anjani Sut
mahima ati bhari
Dukh Daridra mitao
Sankat sab hari
Om Jai Hanumat Veera
Bal Samay Mein Tumne
Ravi Ko Bhaksh Liyo
Devan Stuti Kinhee
Turahin Chor Diyo
Om Jai Hanumat Veera
Kapi Sugreev Ram Sang
Maitri Karvai
Abhimani Bali Metyo
Kirti Rahi Chai
Om Jai Hanumat Veera
Jari Lank Siye Sudhi Le Aaye
Vanar Harshaye
Karaj Kathin Sudhare
Raghuvar Maan Bhaye
Om Jai Hanumat Veera
Shakti Lagi Lakshman Ko
Bhari Soch Bhayo
Lay Sanjivan Booti
Dukh Sab Door Kiyo
Om Jai Hanumat Veera
Ramahi Le Ahiravan,
Jabh Patal Gayo
Tahi Mari Prabhu Lay
Jai Jaikar Bhayo
Om Jai Hanumat Veera
Rajat Memdhipur Mein
Darshan Sukhkari
Mangal Aur Shanischar
Mela Hai Jari
Om Jai Hanumat Veera
Shri Balaji Ki Aarti
Jo Koi Nar Gave
Kahat Indra Harshit
Maan Vanchhit Phal Pave
Om Jai Hanumat Veera
बालाजी की आरती का महत्व
हिंदू धर्म में अटूट आस्था रखने वाले इस बात को भलीभांति जानते हैं कि भगवान की भक्ति और पूजा पाठ करते समय आरती का विशेष महत्व होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जिस जगह आरती की जाती है उस जगह आरती की ध्वनि से सारी नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है जिससे वातावरण शुद्ध होता है और मनुष्य के भीतर ऊर्जा स्रोत का संचार होने लगता है।
अपने इष्ट देव या किसी भी देवी देवता की आरती करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना अनिवार्य है जिससे आपको आपकी आरती का पूर्ण लाभ मिले और आपके इष्ट देव भी आपसे प्रसन्न हो. आरती करते समय हमेशा अपने शरीर को स्वच्छ रखें और स्वच्छ वस्त्र धारण करके ही पूजा अर्चना और आरती करें, किसी भी देवी देवता का आरती करते समय मन एकाग्र रखें। किसी भी आरती का गुणगान करते समय हर शब्द को स्पष्ट रूप से बोलना या गाना चाहिए और आरती की ध्वनि और शक्ति को और प्रज्वलित करने के लिए शंख या अन्य वाद्य यंत्रों का उपयोग भी कर सकते हैं।
निष्कर्ष
तो यह जी बालाजी की आरती जो काफी अधिक मधुर और पावन आरती है और जैसा कि हमने इस लेख के शुरुआत में ही कहा कि इस आरती का उपयोग आप सामान्य तौर पर हनुमान जी की पूजा अर्चना करते वक्त भी कर सकते हैं पर विशेष लाभ पाने के लिए बालाजी की आरती का उपयोग मंगलवार या शनिवार के व्रत के दौरान या अखंड रामायण पाठ के दौरान करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है.
जैसा कि हम सब जानते हैं कि संकट मोचन बजरंगबली अपने हर भक्त के हर दुख और कष्ट दूर कर देते हैं इसलिए अगर आपके जीवन में भी कोई ऐसी समस्या है यह कष्ट है जिसका निवारण आप नहीं कर पा रहे हो तो हमारा आपसे आग्रह होगा कि बजरंगबली की पूजा अर्चना करते वक्त सच्चे मन से इस आरती का गुणगान जरूर करें कुछ ही दिनों में अब खुद महसूस करेंगे कि आपके जीवन में आने वाले समस्त कष्ट और दुख भगवान श्री हनुमान की कृपा से दूर होने लगे हैं।
॥ जय श्री राम, जय हनुमान ॥