गायत्री मंत्र के 13 गुप्त उपाय जिनसे बदल जाएगी ज़िन्दगी

आज के हमारे इस लेख में हम आपको गायत्री मंत्र के 13 गुप्त उपाय बताएंगे जिनका अगर आप सही विधि विधान से उपयोग करते हैं तो यकीन मानिए आपका जीवन बदल जाएगा
गायत्री मंत्र के 13 गुप्त उपाय

हिंदू धर्म और हिंदू रीति रिवाज में अपनी अटूट आस्था रखने वाले इस बात को जानते हैं कि गायत्री मंत्र को ब्रह्मांड का सबसे शक्तिशाली मंत्र माना गया है और हमारे शास्त्रों में भी इसकी शक्ति का वर्णन किया गया है और आज के हमारे इस लेख में हम आपको गायत्री मंत्र के 13 गुप्त उपाय बताएंगे जिनका अगर आप सही विधि विधान से उपयोग करते हैं तो यकीन मानिए आपका जीवन बदल जाएगा और आपके जीवन में जो भी दुख कष्ट या परेशानियां हैं उन सब का नाश इस गायत्री मंत्र की शक्तियों द्वारा हो जाएगा।

आज के हमारे इस लेख को शुरू करने से पहले मैं आप सभी से निवेदन करूंगा कि किसी भी मंत्र का उपयोग करते समय और उसका लाभ पाने के लिए पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मंत्रों का जाप करें, तभी आपको मंत्रों का लाभ प्राप्त होगा. हमारे पास कई श्रद्धालु इस समस्या को लेकर आते हैं क्यों उन्हें मंत्रों के जाप से फायदा नहीं होता.

आपको एक बात समझनी होगी कि मंत्रों की रचना इस प्रकार से की जाती है कि उसमें काफी अधिक ऊर्जा का समागम होता है, इसलिए जो भी भक्त सच्चे मन से मंत्रों का जाप करता है ईश्वर की कृपा से उसके जीवन के सारे संकटों का नाश होता है. इसलिए जब भी आप किसी मंत्र का जाप करें तो पूरी इच्छाशक्ति और विश्वास के साथ जाप करें और आप खुद देखेंगे कि आपको मंत्रों का लाभ प्राप्त होगा।

गायत्री मंत्र क्या है

गायत्री मंत्र वह शक्ति है जिसे सृष्टि की रचना उसका पालन और उसका संहार भी किया जा सकता है

हमें पूरी उम्मीद है कि आप में से कई लोग गायत्री मंत्र की महिमा और उसके शक्ति से परिचित होंगे, पर फिर भी आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गायत्री मंत्र वह शक्ति है जिसे सृष्टि की रचना, उसका पालन और उसका संहार भी किया जा सकता है, और यही एक मूल कारण है जिस वजह से गायत्री मंत्रों को महामंत्र कहां जाता है। शास्त्रों के अनुसार जो भी मनुष्य इस मंत्र का सच्चे हृदय और पूर्ण भक्ति के साथ जाप करता है उसकी हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है और उसके जीवन की सभी समस्याओं का नाश होता है. गायत्री मंत्र के निरंतर जाप से हमारे शरीर में स्थित कई चक्र जागृत होते हैं जिससे हमारे बुद्धि बल और मस्तिष्क का पूर्ण विकास होता है।

अगर विद्यार्थी वर्ग या छात्र इस गायत्री मंत्र का रोजाना जाप करते हैं तो उनकी शिक्षा में एकाग्रता बढ़ती है और उनके मस्तिष्क का विकास होता है. हमारे पुराणिक शास्त्रों के अनुसार गायत्री मंत्र की उत्पत्ति आकाशवाणी के द्वारा हुई थी और इसे देवताओं ने सबसे शक्तिशाली मंत्र का दर्जा दिया है तो.

आइए अब और समय ना व्यर्थ करते हुए जान लेते हैं कि गायत्री मंत्र के 13 गुप्त उपाय कौन से हैं जिनका इस्तेमाल आप अपनी जीवन में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए कर सकते हैं.

गायत्री मंत्र के 13 गुप्त उपाय जो कराएंगे आपका बेडा पार

गायत्री मंत्र के 13 गुप्त उपाय जो कराएंगे आपका बेडा पार

1. अगर आपको ऐसा लगता है कि आपके ऊपर या आपके किसी परिचित या रिश्तेदारों के ऊपर किसी ने काला जादू या जादू टोना किया है तो रविवार की शाम सूर्यास्त होने के बाद एक पीले नींबू को अपने हाथ में रखें और 7 बार गायत्री मंत्र का जाप करते हुए इस नींबू को रोगी के सर के ऊपर से 7 बार घड़ी की उलटी दिशा में घुमा कर उस नींबू को जला दें ऐसा करने से काला जादू का असर या बुरी नजर का प्रभाव नष्ट हो जाता है।

2. अगर आपके जीवन में किसी भी प्रकार का कोई ग्रह दोष या ग्रह बाधा है जिसके कारण आपको जीवन में तरक्की प्राप्त नहीं हो रही हो तो लगातार तीन शनिवार संध्या समय पीपल की जड़ में सरसों के तेल का दीपक जलाएं और पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करते हुए 7 बार गायत्री मंत्र का जाप करें, ऐसा करने से हर ग्रह बाधा या ग्रह दोष शांत होता है और जीवन में उन्नति और तरक्की की प्राप्ति होती है।

3. अगर आप किसी भी प्रकार के इंटरव्यू या परीक्षा में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो घर से निकलने से पहले एक नारियल अपने हाथ में रखें और पूर्व की दिशा की ओर मुख कर कर खड़े हो जाएं और आंख बंद करके 21 बार गायत्री मंत्र का जाप करें और इस नारियल को फोड़ कर ही घर से निकले. ध्यान रहे नारियल फोड़ने के बाद आप पीछे पलट कर ना देखें. इस विधि को करने से किसी भी प्रकार के इंटरव्यू या परीक्षा में अपार सफलता प्राप्त होती है।

गायत्री मंत्र के 13 गुप्त चमत्कारी उपाय से बदलिए अपनी तक़दीर

4. अगर आप अपने जीवन में हर तरह की सुख शांति, समृद्धि और उन्नति प्राप्त करना चाहते हैं तो 108 पीले या सफेद फूलों से हवन करते हुए 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें और उसके बाद हवन की राख को किसी शुद्ध और स्वच्छ बहते हुए पानी में प्रवाह करें. इस विधि को गुरुवार के दिन करें तो सर्वश्रेष्ठ होगा ऐसा करने से मनुष्य के जीवन में हर तरह की सुख शांति और समृद्धि हासिल होती है।

5. अगर आपके मन में किसी प्रकार का कोई भय रहता हो जिसकी वजह से आपको काफी मानसिक अशांति की अनुभूति हो रही हो तो रोज सुबह स्नान करने के बाद अपने पूजा स्थान पर खड़े होकर 11 बार गायत्री मंत्र का जाप करें. ऐसा लगातार 11 दिनों तक करने से मन का हर भय समाप्त होता है और मानसिक शांति मिलती है।

6. अगर आप अपने जीवन में अकस्मिक धन दौलत या अपार प्रसिद्धि हासिल करना चाहते हैं तो हर शनिवार की शाम सवा किलो काले काले उड़द के दाल को किसी बहते पानी में प्रवाह करें और प्रवाह करते समय 21 बार गायत्री मंत्र का जाप करते रहें. इस उपाय को लगातार सात शनिवार करने से आकस्मिक या अपार धन की प्राप्ति होती है।

7. अगर कोई मनुष्य शनि की साढ़ेसाती या ढैया या फिर किसी भी प्रकार के शनि दोष से पीड़ित है और उससे मुक्ति पाना चाहते हैं, तो शमी पेड़ की लकड़ियों का 108 बार हवन में आहुति देने से शनि के सारे दोष शांत होते हैं और मनुष्य के आत्मबल में वृद्धि होती है।

8. यदि किसी व्यक्ति या महिला के ऊपर प्रेत बाधा की समस्या है तो तांबे के लोटे में एक लोटा जल ले और इसे अपने दोनों हाथ पर रखकर 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें और फिर उस जल के ऊपर तीन बार फूंक मारकर इस जल को रोगी को पिला दें. ऐसा करने से हर प्रकार की प्रेत बाधा या ऊपरी बाधा का नाश हो जाता है।

सबसे शक्तिशाली गुप्त उपाय जो करे हर समस्या का नाश

9. कुष्ठ रोग की समस्या से अगर कोई व्यक्ति पीड़ित हो तो उसे इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए शंखपुष्पी पुष्प का उपयोग करके गायत्री मंत्र का हवन करवाना चाहिए, अगर आपके पास शंखपुष्पी पुष्प उपलब्ध ना हो तो आप सफ़ेद गुड़हल के फूल का उपयोग करके 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करते हुए हवन करेंगे तो इससे कुष्ठ रोग की समस्या का समापन होता है. ध्यान रखें इस विधि को आपको तीन से 5 बार करना होगा यानी 3 से 5 बार आपको हवन करना होगा तभी कुष्ठ रोग की समस्या से आपको निवारण प्राप्त होगा।

10. अगर आपको लगता है कि आपको जीवन में तरक्की प्राप्त नहीं हो रही है और आपके उन्नति और तरक्की के सारे मार्ग बंद हो गए हैं और आपको हर काम में सफलता प्राप्त हो रही हो तो लगातार तीन शनिवार पीपल के पेड़ के नीचे खड़े होकर 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें ऐसा करने से जीवन की हर समस्या समाप्त होती है और उन्नति और प्रगति के नए मार्ग खुलते हैं।

11. अक्सर कई लोग शत्रु बाधा से परेशान होते हैं यानी कोई शत्रु इनको इतना परेशान करता है कि उनका जीना मुश्किल हो जाता है, अगर आप भी शत्रु की परेशानी से पीड़ित हैं तो रविवार को सुबह सूर्य उदय के बाद दक्षिण की ओर मुख करके अपने हाथ में थोड़े से काली राइ के दाने लें और 21 बार गायत्री मंत्र का जाप करते हुए उस राई के दाने को दक्षिण की दिशा की ओर फेंक दें और बिना पीछे मुड़े अपने घर वापस आ जाए इस उपाय को लगातार तीन रविवार करने से शत्रु का नाश होता है.

12. विवाह में हो रही देरी को भी गायत्री मंत्र से दूर किया जाता है, अगर कोई ऐसी परिस्थिति में है जहां पर उसके विवाह में विलंब हो रहा हो तो उसे चाहिए की लगातार 11 गुरुवार बहते हुए पानी में सिंदूर को बहाये और सिंदूर को पानी में बहाते समय 51 बार गायत्री मंत्र का जाप करें. जो भी लड़का या लड़की 11 गुरुवार इस विधि को करता है उसका जल्द से जल्द विवाह निश्चित होता है।

13. गायत्री मंत्र का उपयोग करके आप अपने घर दफ्तर या कारोबार के क्षेत्र में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा का विनाश कर सकते हैं. जी हां क्या आप जानते हैं कि नकारात्मक ऊर्जा जहां मौजूद होती है वहां पर मनुष्य की तरक्की रुक जाती है और उस मनुष्य को कई प्रकार की मुसीबतों का भी सामना करना पड़ता है. अगर आपको भी ऐसा लगता है कि आपके घर दफ्तर या कार्यक्षेत्र में कई किसी प्रकार की कोई नकारात्मक ऊर्जा है तो एक तांबे के लोटे में जल लेकर गायत्री मंत्र का जाप करते हुए उसे अपने घर दफ्तर या कार्यक्षेत्र में हफ्ते में एक बार छिड़क दें ऐसा करने से आपके घर या दफ्तर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होगा और हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी.

क्या गायत्री मंत्र से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है

हमारे पास अक्सर कई लोग इस बार सवाल का प्रश्न जानने आते हैं कि क्या गायत्री मंत्र से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जी हां इस शक्तिशाली मंत्र का सही उपयोग करने से मनुष्य की सभी मनोकामना पूर्ण होती है. आइए आपको एक ऐसा उपाय बताते हैं जिसका उपयोग करके आप अपनी सभी मनोकामना को पूरी कर सकते हैं.

अगर आपकी कोई ऐसी मनोकामना है जो आप काफी समय से पूरी करना चाहते हो पर उसमें किसी प्रकार की बाधा आ रही हो तो लगातार 11 रविवार सूर्य उदय होने से पहले स्नान करके शुद्ध हो जाए उसके पश्चात एक तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें थोड़ी मात्रा में चंदन का पाउडर या लाल सिंदूर डालकर उगते हुए सूर्य को अर्ध्य दें और अर्ध देते समय 11 बार गायत्री मंत्र का जाप करें आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस उपाय के बारे में पुराणों में भी कहा गया है और जो भी मनुष्य इस उपाय को सच्चे मन से 11 रविवार करता है उसकी हर मनोकामना जल्द से जल्द पूर्ण होती है और सूर्य देव की कृपा से उस आदमी की हर मनोकामनाएं पूरी होती है।

गायत्री मंत्र का जाप किस समय करना सबसे सर्वश्रेष्ठ माना गया है

अगर आप गायत्री मंत्र का पूर्ण लाभ पाना चाहते हैं तो शास्त्रों के अनुसार 1 दिन में 3 समय होते हैं जब आप गायत्री मंत्र का जाप करके इसकी शक्ति से अपना जीवन बदल सकते हैं हमारे शास्त्रों में जो जिन तीन समय का वर्णन है वह है सूर्य उदय से ठीक पहले यानी सूर्य उदय होने से पहले आप मंत्रों का जाप शुरू करें और सूर्य उदय होने तक जाप करते रहे.

दूसरा समय जिसके बारे में शास्त्रों में बताया गया है वह है दोपहर के समय यानी 11:00 से 1:00 के बीच में आप मंत्रों का जाप करके भी इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं.

तीसरा और आखिरी समय है सूर्य अस्त होने से ठीक पहले यानी सूर्य अस्त होने से पहले आप मंत्रों का जाप शुरू करें और सूर्य अस्त होते ही मंत्रों का जाप का अंत करें, एक बात का विशेष ध्यान रखें कि सूर्य अस्त होने के बाद अगर आपको गायत्री मंत्र का जाप करना भी हो तो मौन रहकर यानी मन ही मन मंत्रों का जाप करें।

गायत्री मंत्र का कम से कम कितनी बार जाप करना चाहिए

जैसा कि इस लेख के शुरुआत में हमने आपसे कहा था कि गायत्री मंत्र एक शक्तिशाली मंत्र हैं और अगर आप को इस बात की जानकारी नहीं है कि इसका कितना जाप करना चाहिए तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गायत्री मंत्र का जाप 3, 5, 11, 21, 51 या 108 बार जाप करना सबसे श्रेष्ठ माना गया है और अगर आप इसे सिद्ध करना चाहते हैं तो इसका सवा लाख जाप करना अनिवार्य है।

निष्कर्ष

हमें पूरी उम्मीद है कि आज का हमारा यह लेख आप लोगों को काफी पसंद आया होगा और इस लेख जिसमें हमने आप लोगों को गायत्री मंत्र के 13 गुप्त उपाय बताए हैं इसका उपयोग आप अपने जीवन में आ रही बाधाओं यह समस्याओं को दूर करने के लिए निश्चित तौर पर करेंगे. आज के इस लेख को समाप्त करने से पहले मैं आप सभी से फिर इस बात का निवेदन करूंगा कि गायत्री मंत्र या अन्य किसी भी मंत्र का पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए उसका जाप करते समय पूर्ण विश्वास के साथ ही साथ ही मंत्रों का जाप करें तभी आपको फल की प्राप्ति होगी और एक बात का विशेष ध्यान रखें किसी भी मंत्र का जाप करते समय उच्चारण का खास ख्याल रखें यानी किसी भी शब्द का गलत जाप ना करें ऐसा करने से भी आपको शुभ फल की प्राप्ति नहीं होगी इसलिए अगर आपको मंत्र जाप में समस्या आ रहे हो तो किसी गुरु या श्रेष्ठ पंडित से सलाह मशवरा करें उसके बाद ही मंत्रों का जाप शुरू करें।

अगर आपको आज के हमारे इस लेख में कोई बात ना समझ में आए हो तो आप निसंकोच होकर हमसे संपर्क करके अपनी सारी समस्याएं बता सकते हैं और हम आपकी हर समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण करने की पूर्ण कोशिश करेंगे और अगर आपके जीवन में कोई ऐसी समस्या हो जिसका आप निवारण प्राप्त करना चाहते हैं तो भी आप हमसे संपर्क कर सकते हैं आपकी समस्याओं को जो भी उचित तांत्रिक ज्योतिषी उपाय हमारे पास उपलब्ध होगा हम आपको जरूर बताने की पूरी कोशिश करेंगे।

जय महाकाल

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